गुरुवार, 22 जुलाई 2010

इसे कहते हैं राजनीति

वाह भाई शिवराज इसे कहते हैं राजनीति, सबको चौंकाने वाला बयान दिया, पक्ष विपक्ष के सभी नेता चौंके, विधानसभा सत्र में हंगामा भी हुआ। सब लाल-पीले हुए, बयान के तीन दिन बाद जब भाई शिवराज ने हुंकार भरी तो सब चुप हो गए। भाई साहब उल्टे बोले.. कौन है जो मुझे पद से हटाए, डरी है कांगे्रस , उसके पास कोई मुद्दा नहीं है। खैर जो भी हो, रानजीति कुछ है ही ऐसी... भाई ने अपनी पीड़ा बयां तो कर दी लेकिन यह नहीं सोचा कि इसका असर क्या होगा। भाई ने जब तीन दिन बाद जब हुंकार भरी और बदल गए सुर ...


अजय साहू

९९२६२८५१००

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