शुक्रवार, 30 अगस्त 2013

जो देखा वही लिखा: चाहे आसमान टूट पड़ेचाहे धरती फट जाएचाहे हस्ती ह...

जो देखा वही लिखा:
चाहे आसमान टूट पड़े
चाहे धरती फट जाए
चाहे हस्ती ह...
: चाहे आसमान टूट पड़े चाहे धरती फट जाए चाहे हस्ती ही क्यों न मिट जाए फिर भी मैं ... फिर भी मैं? दिल में जो प्यार हो तो, आग भी फूल ह...

आईये कारवां बनायें..

चाहे आसमान टूट पड़े
चाहे धरती फट जाए
चाहे हस्ती ही क्यों न मिट जाए
फिर भी मैं ...
फिर भी मैं?


दिल में जो प्यार हो तो, आग भी फूल है
सच्ची लगन जो हो तो, पर्वत भी धूल है
तारे सजाऊँगा, तेरे घर के सामने
दुनिया बसाऊँगा, तेरे घर के सामने
इक घर बनाऊँगा, तेरे घर के सामने
आईये कारवां बनायें..

रविवार, 25 अगस्त 2013