रविवार, 17 नवंबर 2013

चुनावी साल... चुनावी माहौल... हर एक प्रत्याशी को सपने में सिर्फ कुर्सी नजर आ रही है और लाल बत्ती लगी गाड़ी में बैठकर घूमना... हर एक चाहता है कि कैसे भी .. विधायक बन जाएं.... लेकिन राह इतनी आसान नहीं है। 25 नवंबर को जनता सब बता देगी कि किसे वह सिरमौर बनाएगी। खैर इन दिनों तो चुनाव प्रचार जोर पकड़ता जा रहा है। लेकिन सब के सब प्रत्याशी चुनाव आयोग के डर के मारे कुंडली मारकर बैठे हैं।