जो घट रहा है वह जरूरी नहीं कि सही रूप में लोगों के सामने परोसा जाए, इसलिए मैं तो जो देखता हूं बस मन में आता है लिख देता हूं बस, लोगों को जो भी लगे। अच्छा या बुरा। बस लिखता जाता हूं ओर लिखता
बुधवार, 7 जनवरी 2009
लो हो गयी मेले की ओपनिंग अब शुरु होगा धमाल होगा लोगो का आना और खरीददारी का सिलसिला शुरू हुआ जो एक महीने तक चलेगा
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